@article{डाॅ0 सी0पी0 सिंह_1, title={तेल की राजनीति और भारत}, volume={7}, url={http://journal.ijierm.co.in/index.php/ijierm/article/view/72}, abstractNote={इस अध्याय में तेज की राजनीति के जन्म कैसे हुआ, उसका उल्लेख करते हुए भारत में उसके विकास का वर्णन किया गया ळें लंदन में निबंधित असम रेलवे एवं ट्रेडिंग कम्पनी द्वारा असम के डिगबोई तेल क्षेत्र में वर्ष 1889 में 662 फीट की खुदाई के जरिये 200 गैलेन प्रतिदिन तेल निकालने का पहला सफल प्रयास 1890 में पूरा हुआ। इस कहानी को भू-वैज्ञानिक रंग देने के लिए एक दन्तकथा का सृजन किया गया जिसके अनुसार असम रेलवे एवं ट्रेडिंग कम्पनी द्वारा रेलवे लाईन बिछाने के समय वर्ष 1867 में हाथियों का लकड़ी ढोने वाला एक झुण्ड रात भार भोजन एवं पानी की तलाश में घूमते-घूमते जब कैम्प में आया तो हाथियों के पैर तेल से सराबोर थे। ढूंढ़ते-ढूढ़ते लोग वहाँ तक पहुँचे जहाँ तेल जमीन से बाहर निकल रहा था। इसे देखेकर रेलवे कम्पनी का अंग्रेज मालिक खुशी से चिल्लाता हुआ बोला, खोदो लड़कों खेदो। संभवतया ‘डिगबोई’ (क्पह ठवलए क्पह ठवल) का नाम इसी से जुड़ा हुआ है। }, number={7}, journal={International Journal Of Innovation In Engineering Research & Management UGC APPROVED NO. 48708, EFI 5.89, WORLD SCINTIFIC IF 6.33}, author={डाॅ0 सी0पी0 सिंहअंजना कुमारी,}, year={1}, month={1}, pages={96-98} }